
नई दिल्ली : न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की विशेष बैठक के दौरान सोमवार देर रात बड़ा फैसला लिया गया। फ्रांस, मोनाको, माल्टा, लक्ज़मबर्ग और बेल्जियम ने फिलिस्तीन एक स्वतंत्र राष्ट्र (http://फिलिस्तीन एक स्वतंत्र राष्ट्र) के रूप में आधिकारिक तौर पर मान्यता दे दी।
इस बैठक की अध्यक्षता फ्रांस और सऊदी अरब ने संयुक्त रूप से की। मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा – “आज फ्रांस फिलिस्तीन को मान्यता देता है, हमें शांति का रास्ता बनाना होगा।” मैक्रों ने इसे हमास की हार करार दिया। उनकी इस घोषणा पर सभा में तालियों की गड़गड़ाहट गूँज उठी और फिलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल ने खड़े होकर स्वागत किया।
यह फैसला फिलिस्तीन की स्वतंत्र राष्ट्र की मान्यता की दिशा में सबसे बड़ा कूटनीतिक कदम है। अब यूरोप, अरब और कई एशियाई देशों की संयुक्त आवाज़ इजराइल पर दबाव बनाएगी। हालांकि, जब तक अमेरिका और इजराइल की नीतियों में बदलाव नहीं होता, तब तक स्थायी शांति मुश्किल है। यह निर्णय इजराइल-फिलिस्तीन विवाद को सुलझाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। संवाददाता :- @रोहितकुमार