
पटना : शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर ने शिक्षक नियोजन नियमावली पर अपनी सहमति दे कर सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया है। जिसे अब कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इससे राज्य में 3 लाख शिक्षकों को नौकरी मिलेगी।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के उक्त घोषणा के साथ ही पटना में नौकरी के लिए प्रदर्शन कर रहे BTSC अभ्यर्थियों को एक बार फिर पुलिस की लाठी खानी पड़ी। पटना में वीरचंद पटेल मार्ग पर स्थित JDU और RJD कार्यालय का घेराव कर रहे बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) के अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठी चलाई। बीटीएससी अभ्यर्थी सरकार के नौकरी के वादे के पूरा नहीं होने को लेकर ‘नौकरी या इच्छा मृत्यु’ के बैनर पर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया।
23 फरवरी को अपने प्रेस कांफ्रेंस में शिक्षामंत्री ने बताया कि महागठबंधन की सरकार नयी शिक्षक नियोजन नियमावली के माध्यम से सरकार शिक्षक नियुक्ति की मौजूदा प्रक्रिया में बड़ा बदलाव कर रही है। इस नियमावली के द्वारा बिहार में शिक्षक नियोजन का अधिकार पंचायतों व नगर निकायों से वापस लेकर एक एकीकृत आयोग को सौंपेगी। नई नियमावली में नियोजन इकाइयों की संख्या 38 होगी। जबकि पुरानी शिक्षक नियुक्ति नियमावली के तहत 9222 नियोजन इकाइयां हैं। और वर्तमान नियुक्ति के मेधा अंक की गणना पद्धति थोड़े फेरबदल के साथ वैसे ही रहेगी।उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार 10 लाख नौकरी देने का अपना वायदा पूरी करेगी। इस पर सामान्य प्रशासन विभाग व वित्त विभाग ने इस पर अपनी सहमति दे दी है।
इस पहल के बाद एक ही नियमावाली से नियुक्ति होगी। पुराने में जिला परिषद माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय सेवा नियमावली, बिहार नगर निकाय माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय सेवा नियमावली, बिहार पंचायत प्रारंभिक विद्यालय सेवा नियमावली तथा बिहार नगर प्रारंभिक विद्यालय सेवा नियमावली के आधार पर नियुक्ति की जाती है।
प्रस्तावित नयी नियमावली में प्रारंभिक शिक्षकों से लेकर उच्च माध्यमिक तक के शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों, प्रयोगशाला सहायकों, अनुदेशकों की नियुक्ति के लिए एक ही नियमावली रहेगी। इसमें विशेष शिक्षक व सहायकों की नियुक्ति तथा प्रयोगशाला सहायकों की नियुक्ति का भी प्रावधान होगा। जिलास्तर पर नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली में एक ही स्थानीय निकाय नियुक्ति प्राधिकार व अनुशासनिक प्राधिकार रहेगा।