
आईए, भारत के दोस्त ग्रीस और साईप्रस के पर्यटन उद्योग का सहारा बनते हैं और तुर्की और अज़रबैजान के पर्यटन उद्योग का बहिष्कार करते हैं।
अब समय आ गया है कि आंतकवादी देश पाकिस्तान को मदद देने वाले तुर्की और अज़रबैजान के पर्यटन उद्योग का भारतीय जनता को बहिष्कार करना चाहिए। जरा सोचिये भारतीय अभिनेता आमिर खान तुर्की ही क्यों जाता है और वहां की फर्स्ट लेडी उससे व्यक्तिगत रूप से मिलती है। फिर इसी आमिर खान की फिल्मों को भारतीय जनता 500 – 500 करोड़ का व्यापार भी करवाती है और फिर यही तुर्की भारत के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान के साथ खड़ा होता है। जागो भारत में रहने वालो जागो।
ये वही तुर्की है जिसको भारत द्वारा 2023 के भूकंप में तुर्की को दी गई मानवीय सहायता (ऑपरेशन दोस्त) के तहत सबसे अधिक मदद दी थी। लेकिन इसी तुर्की ने भारत को धोखा दिया है। पाकिस्तान के लिए ड्रोन और सैनिक भेजकर तुर्की ने भारत के साथ विश्वासघात किया है। हालांकि भारत ने स्पष्ट रूप से प्रतिक्रिया देते हुए उनके ड्रोन हमलों को विफल कर दिया और उनके पायलट मारे गए। लेकिन उनका धोखा अब वैश्विक स्तर पर स्पष्ट हो गया है।
हमारे भारतीय पर्यटक ही सबसे ज्यादा मालद्वीव, तुर्की और अज़रबैजान में जाते हैं और वहां के पर्यटन उद्योग को सबसे अधिक लाभ भी देते हैं। हमारे भारतीय ही वहां के व्यापार में इन्वेस्ट भी बहुत करते हैं और आप खुद ही देख लीजिये कि वो आतंकवादी देश पाकिस्तान के साथ खड़े रहते हैं मतलब भारतीयों से ही रूपये कमा कर भारतीयों को ही मरवाते हैं। इन देशों से किसी भी तरह के व्यापार का अब पूर्णतय बहिष्कार होना चाहिए।
मेरी व्यक्तिगत सलाह है हर भारतीय को कि अगर आपको एक पर्यटक के रूप में खूबसूरत देशों में जाना ही है तब आप ग्रीस जाइये, साईप्रस जाइये जोकि न केवल खूबसूरत देश हैं बल्कि आपके बजट के अनुसार भी रहेंगे। ग्रीस प्राचीन काल से भारत का दोस्त रहा है। व्यापारिक रिश्ते भी प्राचीन रहें हैं। देखिए ग्रीस ने हमारा कब – कब साथ दिया —-
1 ) ग्रीस दशकों से कश्मीर मुद्द पर भारत का समर्थन करता आया है, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र में।
2 ) ग्रीस ने हमेशा भारत के स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन किया है।
3 ) ग्रीस ने भारत के ICJ, ITLOS, IMO, और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में उम्मीदवारों के रूप में समर्थन किया।
4 ) ग्रीस ने भारत के कई अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों में समर्थन किया है।
5 ) ग्रीस ने 1998 में भारत के परमाणु परीक्षणों के बाद भारत के खिलाफ पश्चिमी धमकियों का विरोध किया।
मैं पूरे यकीन से कह सकती हूँ कि ग्रीस में हर भारतीय का स्वागत होगा। अब मैं कुछ जगह का नाम देती हूँ जहां आपको ग्रीस में जरूर घूमने जाना चाहिए।
1 ) पैक्सोस द्वीप —
पैक्सोस में 2,500 लोग रहते हैं, लेकिन यहाँ 3,00,000 से भी अधिक जैतून के पेड़ हैं! पैक्सोस की हरी-भरी और सुरम्य परिदृश्य के साथ-साथ आकर्षक तटीय इलाके, हाइकिंग ट्रेल्स और ताजे स्थानीय व्यंजनों के साथ छोटे टेवरनास हैं। यहाँ का माहौल बहुत ही आकर्षक और यूरोपीय है, जो मायकोनोस और सैंटोरिनी जैसे व्यस्त द्वीपों से बिलकुल अलग है।
2 ) ज़ागोचोरिया पहाड़ी —
ज़ागोचोरिया एक 46 खूबसूरत गांवों का समूह है, जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह ग्रीस के एपिरस क्षेत्र में पिंडस पर्वतों में बसा हुआ है। यहाँ की पारंपरिक वास्तुकला, जंगली प्राकृतिक दृश्य और हाइकिंग के अवसर इसे एक शानदार पर्यटन स्थल बनाते हैं। ज़ागोचोरिया को इओनियाना शहर से एक दिन की यात्रा के रूप में किया जा सकता है।
3 ) नॉसॉस पुरातात्विक महत्त्व की जगह —
नॉसॉस, यूरोप का पहला शहर और मीनोअन सभ्यता का एक प्रमुख केंद्र था। यह स्थल क्रीट द्वीप पर स्थित है और ग्रीक मिथक “थीसियस और मिनोटॉर” से जुड़ा हुआ है। यह स्थल न केवल इतिहास प्रेमियों के लिए, बल्कि पुरातात्विक रुचि रखने वालों के लिए भी एक आदर्श गंतव्य है।
चलिए फिर भारत के दोस्त ग्रीस और साईप्रस के पर्यटन उद्योग का सहारा बनते हैं और अपने ऐतिहासिक दोस्ताना सम्बन्धों को और अधिक मजबूज करते हैं।