
लंदन: अमेरिका के बैंक के इतिहास में कुछ दिन के अंतराल पर अमेरिका के बड़े तीन बैंक को बंद कर दिया गया है। अमेरिका के SVB के बाद सिग्नेचर बैंक में भी ताला लगा दिया गया है। अमेरिका की फाइनेंस सर्विस डिपार्टमेंट, फेडरल रिजर्व व अन्य नियामक एजेंसीज ने कुछ समय के लिए इन बैंकों को बंद किया है। नियामक एजेंसी का कहना है कि अगर ये बैंक खुले रहते हैं तो वित्तीय व्यवस्था के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। वास्तव में इन बैंकों के पास क्रिप्टो करेंसी का स्टॉक पाया गया है।
‘सिलिकन वैली बैंक‘ (SVB) के ब्रिटिश यूनिट को HSBC ने सिर्फ 1पाउंड में खरीद लिया है। यह सौदा सिर्फ 1 पाउंड में तय हुआ। एक पाउंड में 99 भारतीय रुपये होता है।
दरअसल SVB के पूरे कर्ज को अमेरिकी सरकार का बैकअप मिला हुआ है। सिलिकॉन वैली बैंक को HSBC खरीद लेगी, लेकिन उसके देनदारी को HSBC नहीं चुकाएगी। इस अधिग्रहण की कीमत 1पाउंड केवल नाम के लिए है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार HSBC ने कहा कि 10 मार्च तक सिलिकन वैली बैंक UK Ltd. के पास करीब 5.5 अरब पाउंड का कर्ज था और लगभग 6.7 अरब पाउंड की जमा राशि थी। 31 दिसंबर 2022 के वित्त वर्ष में SVB की ब्रिटिश यूनिट ने 8.80 करोड़ पाउंड का प्रॉफिट दर्ज किया था। इस डील के बाद ब्रिटेन के जिन ग्राहकों और कंपनियों का पैसा SVB यूके में जमा है, वे इसे अन्य बैंकिंग सेवाओं के साथ ले सकेंगे। इस सौदे के बाद ब्रिटेन के सिलिकॉन वैली बैंक के 3,000 से अधिक ग्राहकों के जमा राशि लगभग 6.7 अरब पाउंड अब सुरक्षित हो गई है।
ब्रिटेन के वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने अपने प्रेस नोट में बताया कि ब्रिटिश सरकार और बैंक ऑफ इंग्लैंड ने संयुक्त तौर पर इस सौदे को पूरा किया है। HSBC यूरोप का सबसे बड़ा बैंक है और इंग्लैंड के सिलिकॉन वैली बैंक के ग्राहकों को निश्चिंत रहना चाहिए।