
अमेरिका ने B-2 Stealth Bomber विमान से ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इस हमले में बंकर बस्टर बमों का भी इस्तेमाल किया गया, जिससे ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकाने भी तबाह होने का दावा किया जा रहा है। अमेरिका का बी-2 स्टील्थ बॉम्बर कोई आम लड़ाकू विमान नहीं है। यह युद्धअस्त्र और युद्ध कला का अद्वितीय नमूना है, जिसे Northrop Grumman ने सिर्फ और सिर्फ अमेरिका के लिए बनाया। दुनिया भर में इसकी गिनती सुपर-सीक्रेट और अत्याधुनिक तकनीक वाले हथियारों में होती है। लेकिन इस B-2 Bomber को अमेरिका ने किसी भी अन्य देश को बेचा नहीं, सिर्फ अपने लिए बनाया। जब B-2 Stealth Bomber के साथ एक हादसा हुआ तो अमेरिका ने दुनिया को भनक तक नहीं लगने दी !

ईरान-इस्राइल युद्ध शुरू होने के दिन से ही इस बात की चर्चा थी कि क्या अमेरिका ईरान-इस्राइल संघर्ष में शामिल होगा ? लेकिन ये आशंका भी सच साबित हुई और अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। अमेरिका के इस कदम से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मे बताया कि ईरान के परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल किया गया। ट्रंप ने बताया कि फोर्डो पर हमले के लिए छह बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया, जिससे फोर्डो में मौजूद ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकाने को तबाह किया गया। वहीं नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए 30 टॉमहॉक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया।
बी-2 स्टील्थ बॉम्बर विमान की खासियत ये है कि इसे आसानी से ट्रैक नहीं किया जा सकता। साथ ही यह बेहद उंचाई पर उड़ान भरता है, जिससे एयर डिफेंस के लिए भी इसे भेद पाना लगभग असंभव है। बी-2 स्टील्थ बॉम्बर पूरी सटीकता से दुश्मन ठिकानों पर हमला करता है। इसे अत्याधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक से डिजाइन किया गया है, जिसके कारण पारंपरिक रडार सिस्टम इसे नहीं पकड़ सकता। अपनी खास बनावट और फ्लाइंग विंग डिजाइन और बेहद कम इंफ्रारेड के चलते यह सिर्फ 0.001 वर्ग मीटर का रडार क्रॉस सेक्शन बनाता है, जो एक छोटी चिड़िया के बराबर होता है। यही वजह है कि जब दुश्मन के इलाके में घुसकर उसके ठिकानों पर पूरी सटीकता से हमला करना हो तो उस स्थिति में बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का कोई मुकाबला नहीं है। यह एक बार में 6 हजार नॉटिकल मील की की दूरी तय कर सकता है। यह भारी भरकम हथियारों को ले जाने में सक्षम है।
अमेरिका ने अपने लिए कुल 22 B-2 बमवर्षक बनाए। इनमें से 2 विमान हादसे का शिकार होकर पूरी तरह नष्ट हो गए किन्तु अमेरिका ने B-2 Stealth Bomber के साथ हुए हादसे की भनक दुनिया को नहीं लगने दी। पहला हादसा 2008 में हुआ जब गुआम (Guam) में टेकऑफ़ के वक्त प्लेन रनवे से फिसल कर गिर पड़ा। CCTV में सब रिकॉर्ड हुआ, लेकिन क्या दुनिया को दिखाया नहीं गया। दूसरा हादसा 10 दिसंबर 2022 को अमेरिका के Whiteman Air Base पर हुआ, जहाँ आपात लैंडिंग के दौरान विमान में आग लग गई। प्लेन पूरी तरह जलकर खाक हो गया। इन दोनों घटनाओं में पायलट समय रहते ईजेक्ट कर सुरक्षित बच निकले। यह अमेरिका का अपनी सेना को लेकर तैयारी का स्तर है।
इसमें यह दिलचस्प बात है कि इन दोनों दुर्घटनाओं की गंभीरता से जांच हुई, लेकिन न अमेरिकी संसद में रिपोर्ट रखी गई, न CNN या FOX news जैसे मीडिया को कुछ बताया गया और न कोई सूचना या रिपोर्ट “लीक” हुआ। सिर्फ एक बेहद गोपनीय सिक्योरिटी कमेटी के सामने जांच रिपोर्ट पेश की गई। इसी कमेटी मीटिंग मे हीं सुधार के आदेश दिए गए और तकनीकी खामियों को दूर करते हुए चुपचाप सिस्टम अपग्रेड कर दिया गया। (फ़ोटो साभार गूगल)