कोलंबिया राष्ट्रपति गुस्तावो ने अपमानजनक डिपार्टेशन पर अमेरिका को दिया कड़ा जवाब, जयशंकर ने कहा बुरा बर्ताव न हो!

कोलंबिया राष्ट्रपति गुस्तावो ने अपमानजनक डिपार्टेशन पर अमेरिका को दिया कड़ा जवाब, जयशंकर ने कहा बुरा बर्ताव न हो!

भारत मोदी काल में अमेरिका और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अच्छे रिश्ते का दंभ भरता है। भारत विश्व में तीसरी सबसे बड़ी 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है। परमाणु हथियार संपन्न शक्ति है,140 करोड़ की आबादी है और सबसे बड़ी बात कि हमारे पास दुनिया का सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। लेकिन भारत सरकार अपने भारतीय अवैध प्रवासियों को वापस सम्मानजनक तरीके से देश वापस न ला सका। विपक्ष इस मुद्दे पर बीजेपी पर हमलावर है। सरकार और सोशल मीडिया पर उनके समर्थक सरकार के पक्ष में दलीलें दे रहे हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका द्वारा भारतीय अवैध प्रवासियों के अपमानजनक डिपोर्टिंग का विरोध करने के वजाय लिपापोती की। जयशंकर ने कहा कि “पहले भी भारतीय डिपोर्ट हुए हैं लेकिन हम बुरे बर्ताव न हो इस पर अमेरिका से बात करेंगे।”

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की बागडोर संभालने के बाद कई ऐसे कदम उठाए हैं जिससे आसपास के देशों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मुद्दा अवैध प्रवासियों से जुड़ा है जिसे लेकर ट्रंप और कोलंबिया आमने-सामने आ गए हैं।अमेरिका अपने यहां के अवैध प्रवासियों को उनके विभिन्न देशों में कैदी की तरह हाथ में हथकड़ी पैर में बेड़ियां बांध कर अपने सैन्य मालवाहक जहाज C-17 से यह संदेश देने के लिए भेज रहा है कि कोई अवैध तरीके से अमेरिका में घुसा तो उसका यही अंजाम बुरा होगा। अपने अवैध प्रवासियों के अपमानजक डिपोर्टिंग पर कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने डोनाल्ड ट्रंप को जमकर सुनाया, हुई तीखी नोक झोंक हुई। कुछ और देशों ने भी इस अपमानजनक डिपोर्टिंग का विरोध किया।

गुस्तावो ने कहा – अमेरिका कोलंबियाई प्रवासियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं कर सकता। मैं कोलंबियाई प्रवासियों को ला रहे अमेरिकी विमानों के हमारे क्षेत्र में प्रवेश को स्वीकार नहीं करता। हमारी सरकार अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को लाने वाली उड़ानों को तब तक स्वीकार नहीं करेगी, जब तक कि ट्रंप प्रशासन उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार वाला एक प्रोटोकॉल नहीं अपनाता।”

कोलंबिया की जनसंख्या मात्र 5.2 करोड़ है और विश्व में उसकी अर्थव्यवस्था 39 वें नंबर पर है। अमेरिका ने जब कोलंबिया के अमेरिकी प्रवासी लोगों को ऐसे ही मालवाहक C-17 से कोलंबिया भेजा तो वहां के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने इसका विरोध किया और अमेरिकी विमान को अपने यहां उतरने की अनुमति देने से इंकार कर दिया। हवा में चक्कर लगाकर C-17 अमेरिका वापस चला गया।

इसके बाद कोलंबिया ने अपने यहां से दो पैसेंजर हवाई जहाज अमेरिका भेजा और इज़्ज़त के साथ अपने नागरिकों को अपने देश में बुलाया। हवाई जहाज जब कोलंबिया की राजधानी “बोगोटा” पहुंचा तो उन्हें रिसीव करने वहां के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो जहाज़ के अंदर गये और अपने उन नागरिको से कहा “अब आप आज़ाद हैं, और अपनी मातृभूमि पर हैं, आप निराश ना हों, सरकार आपके लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर कोलंबिया में इज्ज़त की ज़िंदगी जीने में मदद करेगी”।

कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो Gustavo Francisco Petro Urrego एक अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और एम19 सशस्त्र गुरिल्ला आंदोलन के पूर्व सदस्य हैं। – संपादकीय

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