“कवि और कविता” श्रृंखला में कवि आचार्य सूर्यसागर की कविता ‘मैं शून्य पे सवार हूँ ’… प्रस्तुति डॉ मनु चौधरी

“कवि और कविता” श्रृंखला में कवि आचार्य सूर्यसागर की कविता ‘मैं शून्य पे सवार हूँ ’… प्रस्तुति डॉ मनु चौधरी

कवि और कविता श्रृंखला में कवि आचार्य सूर्यसागर की कविता ‘मैं शून्य पे सवार हूँ ’… प्रस्तुति डॉ मनु चौधरी

मैं शून्य पे सवार हूँ आचार्य सूर्यसागर, वडोदरा-गुजरात

मैं शून्य पे सवार हूँ
बेअदब सा मैं खुमार हूँ
अब मुश्किलों से क्या डरूं
मैं खुद कहर हज़ार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
उंच-नीच से परे
मजाल आँख में भरे
मैं लड़ रहा हूँ रात से
मशाल हाथ में लिए
न सूर्य मेरे साथ है
तो क्या नयी ये बात है
वो शाम होता ढल गया
वो रात से था डर गया
मैं जुगनुओं का यार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
भावनाएं मर चुकीं
संवेदनाएं खत्म हैं
अब दर्द से क्या डरूं
ज़िन्दगी ही ज़ख्म है
मैं बीच रह की मात हूँ
बेजान-स्याह रात हूँ
मैं काली का श्रृंगार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
हूँ राम का सा तेज मैं
लंकापति सा ज्ञान हूँ
किस की करूं आराधना
सब से जो मैं महान हूँ
ब्रह्माण्ड का मैं सार हूँ
मैं जल-प्रवाह निहार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ जैन मुनि आचार्य सूर्यसागर, वडोदरा गुजरात

आचार्य श्री सूर्यसागरजी गुरुदेव का सम्पूर्ण परिचय :
जन्म स्थान :- जलगाँव (महाराष्ट्र – खानदेश), जन्म तारीख :- २७–०९–१९७३ सुबह ५:१५, एल्लक दीक्षा :- २७–०४–१९९८
दीक्षा स्थान :-कापडना, जिल्हा:–धुलिया महाराष्ट्र, दीक्षा पश्च्यात नाम :- एल्लक १०५ श्री वैभवऋषि जी महाराज, दीक्षा गुरु :- आचार्य श्री कुशाग्रनंदीजी महाराज
मुनि श्री को एल्लक अवस्था में ऐगडी तालुका अथनी जिल्हा बेलगाँव कर्नाटक में सर्पदंश हुआ ३६ दिनों तक गुरुदेव अस्पताल में रहे पश्च्यात पुनह:एल्लक दीक्षा हुई।
एल्लक दीक्षा दाता गुरुदेव :- बाल ब्रह्मचारी आचार्य श्री गुणधरनंदीजी महाराज, दीक्षा पश्च्यात नाम :- एल्लक १०५ श्री नयनसागरजी महाराज। मुनि दीक्षा :–२८ –१०–२००१, मुनि दीक्षा पश्च्यात नाम :-मुनि १०८ श्री सूर्यनंदीजी महाराज, मुनि दीक्षा दाता गुरुदेव :-गणधाराचार्य कुन्थुसागरजी महाराज, आचार्य पद पर प्रतिष्टित :– २७–०९–२००२, आचार्य पद स्थान :–बूबनाड तालुका -शिरोड, जिल्हा :- कोल्हापुर ,महाराष्ट्र।
आचार्य पद प्रदाता गुरुदेव :-आचार्य श्री सिद्धांतसागरजी महाराज
आचार्य पद पश्च्यात नाम :– बालब्रह्मचारी, उपसर्ग विजयी,आचार्य १०८ श्री सूर्यसागरजी गुरुदेव। प्रस्तुति — डॉ मनु चौधरी

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