जोधपुर : जोधपुर की जोजरी नदी पर बसे निकटवर्ती 20 से अधिक गाँव पिछले कई सालों से नर्क भोगने को मजबूर हैं! जोजरी अथवा ‘जोजड़ी नदी‘ का उद्गम राजस्थान में नागौर जिले के पुन्दलू गांव की पहाड़ियों होता है। इस नदी के लम्बाई 150 किलोमीटर है। लूनी की सहायक नदियों में यह सबसे लम्बी नदी है। लूनी नदी के पश्चिम की ओर चलने वाली जोजरी नदी प्राचीन सरस्वती नदी की एक धारा है, जो खेड़ तिलवाड़ा के निकट लूनी नदी में मिलती है।

जोधपुर की इंडस्ट्रीज से निकला तमाम वेस्ट इन्डस्ट्रीयल वेस्ट इस जोजड़ी नदी के जरिये इन गाँवो में फैल चुका है। इसके कारण खेती तबाह हो गई है, पशु मर रहे है, भूजल जहर के लेवल तक दूषित हो चुका है, सैंकड़ो ग्रामीण असमय ही गम्भीर बीमारियों से मौत के गाल में समा चुके है !

नदी क्षेत्र के तमाम गाँव पिछले कई सालों से प्रशासन सरकारों से गुहार लगा लगा कर थक चुके है। लेकिन कुछ समाधान नही निकला है! पिछले कुछ दिनों से आसपास के गांव आंदोलनरत है गांधीवादी तरीके से धरने पर बैठे है। लेकिन प्रशासन जबरदस्ती उनका धरना समाप्त करने पर तुला हुआ है ! धरने पर पानी पहुंचाया जा रहा था तो पुलिस पानी को ही फेंक रही है ! राजस्थान सरकार औद्योगिक कचरे के कारण मर रहे किसान और बर्बाद हो रहे खेती और फसलों को ध्यान में रखकर इनके हितों के लिए कुछ तो मानवता का लिहाज करे। (नदी चित्र साभार गूगल)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *