
माफिया अतीक अहमद, मुलायम और सोनिया गांधी
PMO ने दखल दी थी। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम के कहने पर अतीक ने मि. वीरा के पैलेस से अपना कब्जा छोड़ा था। यह सच्ची कहानी है उस समय के मुख्यमंत्री मुलायम और माफिया अतीक अहमद के साठगांठ के ताकत की।
हमने कांग्रेस पार्टी के गांधी परिवार को कभी ‘फिरोज जहांगीर गांधी’ का नाम लेते नहीं सुना है। कुछ लोग उन्हें फिरोज खान के नाम से भी बुलाते थे, दोनों सरनेम एक ही व्यक्ति के थे। फिरोज गांधी द नेशनल हेराल्ड (The National Herald) और नवजीवन नाम से अखबार और पत्रिका भी प्रकाशित करते थे।
फिरोज गांधी का गांधी परिवार से गहरा नाता है, राजीव गांधी और संजय गांधी के पिता का नाम फिरोज जहांगीर गांधी है। जिस फिरोज गांधी का नाम तक यह कांग्रेसी अपनी जबान पर भी नहीं लाते हैं। उसी फिरोज के बहनोई के भतीजे मि. वीरा के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री कार्यालय PMO से यूपी की एक कांग्रेस नेत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी के जरिए अतीक को मेहरबानी करने को कहा गया था।
यह बात वर्ष 2007 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले की है। जब मि.वीरा को सिविल लाइंस इलाके में एमजी मार्ग पर स्थित पैलेस थियेटर पारिवारिक बंटवारे में मिला था। उसी जगह 2007 में तत्कालीन सपा सांसद अतीक ने अस्थाना परिवार से कुछ जमीन खरीदी थी, बाजू में ही मि.वीरा की प्रॉपर्टी पर अतीक की नजर पड़ गई। और उस समय उत्तर प्रदेश में नेता जी यानी मुलायम सिंह यादव की सरकार थी।
माफिया अतीक अहमद अपने बदमाशों के जरिए उस पैलेस थियेटर पर कब्जा करा दिया और ताला लगाकर चाबी अपने पास रख ली। अतीक की दबंगई के चलते स्थानीय पुलिस प्रशासन भी मि. वीरा की मदद नहीं कर पा रही थी।
अतीक उस समय सपा का सांसद था और यूपी में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी। मि. वीरा की कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। तब मि.वीरा ने अपनी तकलीफ सोनिया गांधी तक पहुंचाई। जिसके बाद सोनिया गांधी के कहने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दफ्तर ने UP के अफसरों को खरी खोटी सुनाई थी।
लेकिन भारत सरकार के कार्यालय की बात की अवहेलना कर दी गई थी। भारत सरकार की बातों का कोई असर नहीं होता देख कांग्रेस पार्टी की नेता सोनिया गांधी ने प्रयागराज की एक महिला नेत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी के जरिए अतीक को मनाने का प्रयास किया था। और श्रीमती जोशी ने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम का मानमुनव्वल किया था कि अतीक अहमद के कब्जे से जमीन वापस दिलाएं।
श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी द्वारा कई दौर की बात के बाद मुख्यमंत्री मुलायम ने अतीक अहमद को कहा। तब जाकर मि.वीरा को उसके पैलेस की चाबी मिली। माफिया अतीक अहमद मुलायम सिंह यादव के बहुत खास थे। जिस पर मुलायम की सत्ता खड़ी हुई थी। …