
Samarth-Bihar-GPF
नई दिल्ली, 31 जुलाई 2022: बिहार राज्य आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक-वैचारिक स्तर पर आज गर्त में डाला जा चुका है। बिहारी पहचान और बिहारीपन को दूसरे राज्यों में बिहारी’ कह कर अपमानित किया जाता है। जिसमें सबसे बड़ी भूमिका सत्ता में आए जातिवादी पार्टियों के साथ पिछड़ी राजनीति को राज्य व् केंद्र में सत्तारूढ़ करना रहा है। 42 वर्षों से बिहार की आम जनता के जीवन से खेला जा रहा है, लूट के लिए सत्ता लोलुपता है। बिहार को इस आर्थिक, वैचारिक, सामाजिक और राजनितिक पतन की गर्त से बाहर लाने का संकल्प ‘समर्थ बिहार’ ने लिया है। और इस अभियान में जुटा हुआ है।

रविवार 31 जुलाई 2022 को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान GPF, में समर्थ बिहार ने ‘बिहार के सतस समृद्धि पर गांधीवादी दृष्टिकोण‘ एक सम्मेलन किया। इस सम्मलेन का संचालन श्री सतीश कुमार साथी ने किया. मंच पर अध्यक्षता संजय सिंह (संस्थापक जम्मू-कश्मीर नेशनलिस्ट पीपल्स फ्रंट) ने किया और मंचासीन वक्ता ब्रजकिशोर झा (मेकन इंजिनियर और पर्यवारंविद), कौशल किशोर चौधरी (प्रोफ़ेसर), रवि भूषण सिंह (शिक्षक व कृषि विशेषज्ञ) ने समृद्ध बिहार के संदर्भ में अपनी अपनी बात कही।

DRDO से सेवानिवृत वैज्ञानिक तथा कई कॉरपोरेट में कार्यानुभव लिए व समृद्ध बिहार के एक संस्थापक श्री एस. के. सिंह ने समृद्ध बिहार की पूरी प्रस्थापना रखते हुए इस सेमिनार को विषय प्रवेश कराया। अपने प्रस्थापना और विषय प्रवेश वक्तव्य एमे श्री एस के सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लगभग 40 लाख लोग दूसरे राज्यों से वापस अपने घर बिहार लौटे और यहाँ वे भूख से बीमार नहीं हुए, सभी को भोजन मिला।

विषय प्रवेश को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि Prosperity रैंकिंग में अमेरिका 18वें नंबर पर है और भारत 108वें पर।…अब बिहार के गांवों में न कोई किसी की मदद कर रहा है न कोई किसी से मदद मांग रहा है।… कुछ समय बाद आने वाली पीढ़ियां में interdependent शब्द भी नहीं रह पाएगा। हमलोग गांधीयन दृष्टिकोण से ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि की योजना पर कार्य कर रहे हैं। इस तरह से हम से जुड़ने वाले किसान व परिवार sustainable हो जायेगा और समृद्ध भी हो जायेगा।

दुनिया में बहुत पड़े लिखे लोगों ने बड़े इंटरप्रेनियर खड़ा नहीं किया। कम पढ़े लिखे लोगों ने बड़े Entrepreneurship विकसित किया है। लोगों के विकास के लिए लोगों के ज्ञान की जरूरत है। हमारा प्रयास बिहार में बिहार के लोगों में prosperity और समृद्धि विकसित करना है। इसकी शुरुआत हमसब बिहार से कर रहे हैं। अगर यह अभियान बिहार से शुरू नहीं होगा तो दूसरी जगह से होगा भी नहीं। @Samarth Bihar