बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जन सुराज पार्टी के प्रचार में अपराधी दुलारचंद यादव की हत्या, शक राजद पर भी

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जन सुराज पार्टी के प्रचार में अपराधी दुलारचंद यादव की हत्या, शक राजद पर भी

मोकामा : मोकामा के घोसवारी में दुलारचन्द यादव की हत्या कर दिया गया। बाहुबली और अपराधी दुलार चंद यादव बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मोकामा से जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के साथ हमेशा रहते थे और वोट के लिए प्रचार करते थे।

इस हत्याकांड से पीयूष प्रियदर्शी काफ़ी अपसेट हो गए हैं। स्थानीय लोग अनंत सिंह समर्थकों का नाम बता रहे है। हत्या से थोड़ी देर पहले पीयूष के काफिले पर भी हमला हुआ था, जिसका वीडियो लाइव हुआ। बाहुबली और अपराधी दुलारचंद यादव कभी नीतीश कुमार और लालू यादव दोनों के करीबी थे।

दुलार चंद की हत्या किसने की यह अभी साफ़ नहीं हुआ है लेकिन आम लोगों के बीच में एक चर्चा यह भी है कि राष्ट्रीय जनता दल के समर्थकों को दुलारचंद यादव का जनसुराज पार्टी से जुड़ना अखर गया।

लालू यादव ने वर्ष 1990 में बाढ़ मोकामा क्षेत्र में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए बाहुबली दुलार चंद यादव का खूब सहारा लिया था। एक समय इस क्षेत्र में दुलार चंद यादव की तूती बोलती थी। वर्ष 2010 में दुलार चंद यादव ने अपने आपराधिक मामलों का विवरण दिया था।

पटना जिला प्रशासन द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि मोकामा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत दो प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच घोसवरी टाल क्षेत्र में झड़प हुई थी। झड़प के बाद संदेहास्पद स्थिति में दुलार चन्द यादव, जो पूर्व में कई आपराधिक कांडों में अभियुक्त रहे हैं, मृत पाए गए। कांड दर्ज कर छापामारी की जा रही है। पोस्टमार्टम तथा अग्रतर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में दी गई जानकारी में यह तथ्य किसी दबाव में उद्घाटित नहीं किया गया है कि दुलारचंद यादव की मृत्यु या हत्या का प्रयास था या दुर्घटना में मृत्यु हुई है। इस संदर्भ में अंत्यपरीक्षण रिपोर्ट जारी किए जाने तक पुलिस अन्वेषण जारी रहेगा।

इस चुनावी हिंसा में साक्ष्य के रूप में एक महत्वपूर्ण वीडियो क्लिप सामने आया है कि जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं को कोई उकसाते हुए कह रहा है कि विरोधी पार्टी के चुनाव अभियान में बाधा उत्पन्न करने का जतन करें। बौखलाहट में घबराकर एक कार्यकर्ता भी अपुष्ट भाव से कुछ कह रहा है।

इस मामले में परस्पर दोनों ही पक्षों ने बयान जारी कर आरोप और प्रत्यारोप के क्रम में योजनाबद्ध तरीके से की गई हत्या को रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत बता रहे हैं, जबकि मृतक के साथ घटनास्थल पर मौजूद पोते का बयान कुछ और संकेत दे रहा है।

दुलार चंद यादव की मौत पर आम लोगों के एक हिस्से की प्रतिक्रिया यह भी थी कि आज मोकामा का हर धानुक-पासवान, अतिपिछड़ा-दलित चैन की सांस लिया होगा। दुलारचंद यादव ने सबसे अधिक अतिपिछड़े और दलितों का शोषण किया था। मोकामा नगर के पंचमहला के बगल वाले धानुक पट्टी में फटाके फोड़ा जा रहा है।

जनसुराज पार्टी के संस्थापक नेता प्रशांत किशोर के अनुसार पूरे मामले की जानकारी एकत्रित करने के लिए कार्यकर्ताओं की मोकामा में एक टीम गयी है।

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