संपादकीय : चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची पर SIR (Special Intesive Revision) ‘विषेश गहन पुर्ननिरिक्षण’ पर विपक्ष जबरदस्त बवाल काट रहा है और INDI गठबंधन संसद में सत्तापक्ष पर “नहीं बोलने देने” का आरोप लगाकर बाहर आकर बिहार निकल लिया और रैली कर रहा है।

लेकिन जरा ठहर कर सोचें तो एक बात का अंदेशा हो रहा है कि इस SIR का विरोध और ‘वोट चोर‘ का स्क्रिप्ट वास्तव में भारत विरोधी नैरेटिव है जिसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को औजार बनाकर देश की आमजन के बीच परोसा जा रहा है। आखिर राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के विरोध में भारतीय तथा राष्ट्रीय हिन्दूवादी संगठन व पहचान RSS पर हमला करता है और इसकी आड़ लेकर भारत के संवैधानिक संस्थाओं पर हमला करते हुए अविश्वास और अराजकता क्यों फैला रहा है? और, राहुल गांधी के इन क्रियाकलापों का स्क्रिप्ट विदेशी साजिश का हिस्सा लगने लगता है ! क्या वास्तव में राहुल गांधी के पीठ पर विदेशी-देशी भारत विरोधी साजिशकर्ताओं का हाथ है ?

एक नजर देखिए कि अमेरिका में लिखे एक खतरनाक सुनियोजित स्क्रिप्ट के तहत वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में यही कांग्रेसी उछल-उछल कर नाच रहे थे कि हमने मोदी को हरा दिया। और, 2025 में ऐसा क्या हो गया की वोट चोरी होने लगा ! चुनाव को फ्रॉड बता दिया !! यह अचानक नहीं हुआ है।

एक उदाहरण अपने पड़ोसी पाकिस्तान का लेते हैं। पाकिस्तान में इमरान खान चुनाव जीत कर प्रधानमंत्री बना। जैसे ही उसने अमेरिका के खिलाफ आवाज उठाई, पाकिस्तान में भी फ्रॉड इलेक्शन का नरेटिव खड़ा किया गया। पूरे पाकिस्तान में इमरान के खिलाफ आंदोलन खड़ा किया गया। एक दिन इमरान चला गया और उसकी जगह पर शहबाज और आसिम मुनीर की अमेरिका परस्त सरकार सत्ता में आ गई।

बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार थी, अपने देश की आत्मनिर्भरता के लिए कार्य कर रही थी। जैसे ही उसने अमेरिका के खिलाफ आवाज उठाई और सेंट मार्टिन आइलैंड देने से इनकार कर दिया, उसके भी खिलाफ फ्रॉड इलेक्शन का नरेटिव खड़ा कर दिया गया और पूरे बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर खूनी हंगामा खड़ा कर दिया गया। इस्लामिक कट्टरपंथी कब्जा कर हिन्दु विरोधी मारकाट में बदल गया। हिन्दु महिलाओं का रेप के बाद उनके अंत:वस्त्र ब्रा उछाले गए। शेख हसीना जान बचाकर भाग कर भारत आ गई। और मोहम्मद युनूस की सरकार बनी।

अब अपने देश में जरा मोटा-मोटी ही नजर दौड़ाएं। आप के सामने स्पष्ट होने लगेगा कि कहीं कुछ गंभीर साजिश है जो किसी ओट में छुपी है। और, दिखने लगेगा कि भारत में भी सब ठीक चल रहा था। किन्तु PM मोदी जैसे ही अमेरिका की शर्तों पर नाचने से मना कर दिया। भारत में भी वोट फ्रॉड की नरेटिव खड़ा कर दिया गया। राहुल गांधी और बाकी दल पूरे “भारत में चुनाव आयोग वोट चोर” के नाम से कैंपेन चलाना शुरु कर दिया।

यह SIR के खिलाफ चलाया जा रहा मुहिम उसी तरह है जैसे CAA के खिलाफ मुसलमानों को खड़ा किया गया जिनका इससे कोई लेना देना नहीं था। शाहिनबाग आन्दोलन, जिसका मकसद था भारत में वर्षों से रह रहे अवैध पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को संरक्षण देना।

अब भारत सरकार के साथ साथ देश की जनता को यह सोचना और तय करना है कि बार-बार हो रहे भारत विरोधी साजिशों तथा इसकी बाहक पार्टियों, समुदाय व नेताओं से कैसे निपटें। – अरुण प्रधान

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