प.बंगाल : पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान ने राजनीतिक और सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा कर दिया है।

दरअसल दुर्गापुर के मेडिकल कॉलेज में एक मेडिकल छात्रा के साथ गैंगरेप के सभी दोषी मुसलमान निकल आए हैं, इस कारण से इस गैंगरेप पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विचार बदल गये हैं और वह दोषियों के समुदाय को ध्यान में रखकर बयान दे रही हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि “पीड़िता आधी रात को बाहर थी”। जबकि पीड़िता के पिता ने साफ किया कि घटना रात 8-9 बजे हुई थी। पिता ने ममता के बयान को असंवेदनशील बताया। और कहा कि अगर खुद सरकार इस तरह का बयान दे तो इससे यह स्पष्ट होता है कि अपराध पे लगाम लगाने के बजाय नागरिकों को ही अपने साथ हो रहे हादसों का जिम्मेदार ठहराने वाली बात है।

लड़की के पिता का कहना है कि ममता बनर्जी खुद एक स्त्री हो के लड़कियां के प्रति हुए ऐसे जघन्य अपराधों पर गैरजिम्मेदार बयान कैसे दे रही है, यह निंदनीय है।

पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें 3 आरोपी मुस्लिम समुदाय के हैं -अपु बाउरी, फिरदौस शेख, शेख रियाजुद्दीन और सादिक।

पुलिस ने 11 अक्टूबर को बताया कि पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली है और दुर्गापुर के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में सेकेंड ईयर की स्टूडेंट है। यह घटना मेडिकल कॉलेज कैंपस के बाहर हुई। मेडिकल छात्रा का पास के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

ओडिशा के बालासोर ज़िले के जलेश्वर की रहने वाली 23 वर्षीय युवती के साथ शुक्रवार रात उस समय सामूहिक बलात्कार किया गया, जब वह अपने एक दोस्त के साथ निजी मेडिकल कॉलेज के बाहर खाना खाने गई थी। आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के पुलिस उपायुक्त (DCP) अभिषेक गुप्ता ने पीटीआई को बताया, ‘दो और गिरफ्तारियां हुई हैं।

भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने लिखा, ‘ममता का झूठ पकड़ में आ गया. जब बंगाल की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तब मुख्यमंत्री को गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.’ विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी सोमवार को दुर्गापुर का दौरा करेंगे। संवाददाता@रोहित कुमार

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