
On Delhi Liquor Policy
नई दिल्ली, 7 अगस्त 2022: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की शराब निति पर भाजपा अरविन्द केजरीवाल को घेरने में सफल रही। आज दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने केजरीवाल की आबकारी नीति में चूक का दोषी पाये जाने वाले दिल्ली के तत्कालीन आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्णा समेत 11 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।
उपराज्यपाल की इस करवाई पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारने LG के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि एक-एक कर सारे सबूत दिल्ली की केजरीवाल सरकार के खिलाफ उनकी दिल्ली विरोधी नीतियों को उजागर कर रहे हैं।
एलजी वीके सक्सेना ने शनिवार को करवाई करते हुए दिल्ली के तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण और तत्कालीन उपायुक्त आनंद कुमार तिवारी के खिलाफ निलंबन और अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ आबकारी विभाग के 9 अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी निलंबन के आदेश दिए हैं।
एलजी ने यह आदेश संबंधित अधिकारियों की ओर से आबकारी नीति के कार्यान्वयन में गंभीर चूक के कारण लिया है। जिसमें टेंडर देने में अनियमितताएं कराने और चुनिंदा विक्रेताओं को पोस्ट टेंडर लाभ प्रदान करना शामिल है।
LG की कार्यवाई पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल पर अनधिकृत क्षेत्रों में शराब की दुकानें खोलने पर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में नई एक्साइज पॉलिसी को रोककर सरकार की आमदनी को नुकसान पहुंचाया गया है।
मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल की करवाई पर सवाल पूछते हुए कहा कि एलजी ने यह फैसला किसके कहने पर लिया। जबकि उन्होंने मामले का विवरण केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज दिया है।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मनीष सिसोदिया से पूछा कि नई शराब पॉलिसी का चेयरमैन कौन था? ग्रुप और मिनिस्टर का चेयरमैन कौन था? इन दोनो के हेड डिप्टी सीएम कर रहे थे। दिल्ली में ड्राई डे कम कर दिए गए, बीयर के इंपोर्ट पर 50 फीसदी ड्यूटी फीस भी माफ की गई। दिल्ली में शराब के पैसे का पंजाब के चुनाव में इस्तेमाल करना था, इसलिए जल्दबाजी में शराब पॉलिसी लेकर आए। उन्होंने कहा कि नवंबर से लेकर अभी तक डिप्टी सीएम चुप क्यों रहे। दिल्ली की जनता की जीत और शराब के दलालों की हार हुई।