
द्वारका expressway
नई दिल्ली : भारतमाला प्रोजेक्ट 1 के तहत दिल्ली में बन रहे द्वारका एक्सप्रेस-वे Northern peripheral road दिल्ली और गुरुग्राम में आने वाली 29किमी है, पर CAG रिपोर्ट ने भ्रष्टाचार के खुलासा और सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएजी रिपोर्ट (CAG Report) में कहा गया है कि इस सड़क की लागत कई गुना यानी 1278% बढ़ाई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, जो लागत प्रति किलोमीटर 18 करोड़ रुपये तय की गई थी, उस पर 250 करोड़ रुपये तक खर्च किये गए।

सीएजी ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि कैबिनेट ने इस सड़क के लिए 18.20 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर का बजट प्रस्तावित किया था, लेकिन इसके लिए 251 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर का बजट पारित किया गया। सीएजी की रिपोर्ट आने के बाद अब इस लागत में भारी अंतर पर सवाल उठने लगे हैं।
दिल्ली को गुरुग्राम से जोड़ने वाली यह सड़क दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति के पास से शुरू होती है और गुरुग्राम के खेड़की टोल प्लाजा तक जाती है। यह एक्सप्रेसवे 14 लेन का बनाया जा रहा है।

CAG ने द्वारका एक्सप्रेसवे के इस प्रोजेक्ट की 2017 से 2021 तक की रिपोर्ट का ऑडिट किया है। द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ-साथ सीएजी ने दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर भी सवाल उठाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूरा प्रोजेक्ट सीसीईए द्वारा स्वीकृत प्रोजेक्ट की सूची में नहीं था और एनएचएआई ने अपने स्तर पर 33,000 करोड़ रुपये खर्च किये। CAG रिपोर्ट के मुताबिक, भारतमाला प्रोजेक्ट-1 के तहत करीब 76,999 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जा रही हैं। इसमें से 70,950 किमी सड़क का निर्माण एनएचएआई कर रहा है।
शामली-मुजफ्फर नगर, दिल्ली-वड़ोदरा एक्सप्रेसवे तथा अन्य कई प्रोजेक्ट हैं जिस पर NHAI को लेकर कई खुलासे हुए हैं। इनमें 50 में से 35 प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जहां टेंडर से जुड़ी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। CAG रिपोर्ट में इन खुलासों को बीजेपी विरोधी कॉंग्रेस पार्टी और AAP विपक्षी पार्टियां भ्रष्टाचार के आरोपों के साथ भाजपा पर हमलावर हो गई है।