
नई दिल्ली : भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर ली। दिल्ली में आखिरी बार भाजपा की तरफ से सरकार की मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज थीं। और दिल्ली की कमान फिर एक महिला मुख्यमंत्री सौंप दी है। 50 वर्षीय Rekha Gupta को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। RSS ने बतौर दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नाम को आगे बढ़ाया था।
भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के नारे लगाये गए। उसके बाद मुख्यमंत्री के तौर पर रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा की गई। इसके साथ ही विधायक दल दिल्ली के उपराज्यपाल विजय सक्सेना से मुलाकात कर सरकार गठन का प्रस्ताव पेश किया। वह कल गुरुवार को होने वाले कार्यक्रम में शपथ ग्रहण करेंगी।
दिल्ली की चुनी गई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनी हैं। इस सीट पर वह आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को चुनाव में हराया। रेखा गुप्ता को कुल 68200 वोट मिले थे जबकि आप की वंदना कुमारी 38605 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही और कांग्रेस के प्रवीण कुमार जैन 4892 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे।
वह दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं और दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मेयर भी रह चुकी हैं।
रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव 1974 में हुआ था। वह एलएलबी की पढ़ाई की हैं। अपनी पढ़ाई दौलतराम कॉलेज से की और इस दौरान वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी और राजनीति में सक्रिय हुई। रेखा गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र यूनियन DUSU की सचिव और अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
रेखा गुप्ता जब दो साल की थीं तब उनका परिवार दिल्ली आ गया था। रेखा गुप्ता के पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे।